Type Here to Get Search Results !

अनु.जाति के मतदाताओं को लामबंद करने के लिए ‘संविधान से स्वाभिमान यात्रा’ निकालेगी कांग्रेस

नई दिल्ली: गत लोकसभा चुनाव में अनु जाति का वोट ना मिलने के कारण कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा. इस बात को मद्देनजर रखते हुए महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में अनु जाति के मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कांग्रेस विधानसभा स्तर पर अनुसूचित जाति के समन्वयकों की नियुक्ति करेगी और ’संविधान से स्वाभिमान यात्रा’ निकालेगी.



पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले सप्ताह कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ मुलाकात की थी जिसमें उन्हें अनु. जाति के बीच पार्टी के आधार को मजबूत बनाने के लिए तेजी से काम करने का निर्देश दिया गया था.


कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के प्रमुख नितिन राउत के मुताबिक सोनिया गांधी के कहे मुताबिक उनका संगठन अनु.जाति के मतदाताओं को लामबंद करने के लिए नई योजना बनाने जा रही हैं जिसमें हर विधानसभा क्षेत्र में समन्वयक की नियुक्ति करना और ’संविधान से स्वाभिमान यात्रा’ निकालना प्रमुख है.


राउत ने बताया, ‘हम सितंबर के पहले सप्ताह तक महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में अपने विभाग के समन्वयकों की नियुक्ति कर देंगे. ये समन्वयक पार्टी के स्थानीय संगठन के साथ मिलकर अनु.जाति की बस्तियों में सभाओं और जनसंपर्क कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे.’ उन्होंने कहा, इसके साथ ही हम विधानसभा क्षेत्रों में ‘संविधान से स्वाभिमान’ यात्रा निकालेंगे. इस यात्रा में मुख्य रूप से आरक्षित सीटों को कवर किया जाएगा.’

महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों में से 29 सीटें अनसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं तो यहा एससी के मतदाताओं की संख्या करीब 13 फीसदी है. वही हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में से अनुसूचित जाति के लिए 17 सीटें आरक्षित हैं.



राज्य में एससी के मतदाताओं की कुल संख्या तकरीबन 21 फीसदी है जो किसी भी पार्टी की हार-जीत में निर्णायक भूमिका अदा करते हैं. इसी तरह झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में से नौ सीटें अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं. राज्य में अनु.जाति के मतदाताओं की संख्या 10 फीसदी से अधिक है.


राउत ने कहा, ’ अनुसूचित जाति के मतदाताओं के बीच हम मुख्य रूप से संविधान की मूल भावना पर लगातार हमले किए जाने, आरक्षण को निशाना बनाने, और अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति में कटौती किये जाने के मुद्दे उठाएंगे.’ उन्होंने कहा कि उनका संगठन दिल्ली में संत रविदास का मंदिर तोड़े जाने का मुद्दा भी जोरशोर से उठाएगा.


दरअसल तथाकथित आझादी के बाद से केंद्र में कई सालों तक कांग्रेस की सरकार रही. इस दौरान कांग्रेस ने सबसे ज्यादा संविधान में संशोधन किए.जीन लोगों ने संविधान में सबसे ज्यादा संशोधन किए वही लोग आज ‘संविधान से स्वाभिमान’ यात्रा निकाल ने की और संविधान बचाने की बात कर रहे हैं. इसके पिछे का मकसद केवल महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में एससी के वोट पाना हैं.
Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.