साहिल की मां संगीता सिंह ने बताया कि उसे पंडितों ने मुसलमान समझ कर मार दिया. मेरा बेटा ही ये घर संभालता था, कमाने वाला अकेला वही था. क्योंकि उसके पिता बीमार रहते हैं.
नई दिल्ली : देश में मॉब लिंचिंग की वारदात रुकने का नाम नहीं ले रही है. अल्पसंखयक और अनु.जाति को निशाना बनाए जाने के बाद अब बहुसंखयक समाज भी इन मॉब लिंचिंग का शिकार बन रहा है. ताज़ा मामला देश की राजधानी दिल्ली का है.
मौजपुर इलाक़े में साहिल नामक युवक को मुसलमान समझकर इतना पीटा गया की उनकी मौत ही हो गई. उसका गुनाह इतना था कि बस वह पंडितों की गली में चला गया था. जब पता चला कि साहिल मुसलमान नहीं था तो वहां के लोगों को इस बात का एहसास हुआ कि ये ग़लत हुआ.
साहिल सिंह की मां संगीता सिंह ने बताया कि उसे पंडितों ने मुसलमान समझ कर मार दिया. मेरा बेटा ही ये घर संभालता था, कमाने वाला अकेला वही था. क्योंकि उसके पिता बीमार रहते हैं. उन्हें दिल की बिमारी हैं.
घटना के बारे में उन्होने बताया, मेरा बेटा भाग कर आया.
घटना के बारे में उन्होने बताया, मेरा बेटा भाग कर आया.
किसी ने उसे बुरी तरह से पीटा था. उसने अपनी बहन को बोला कि उसे सांस नहीं आ रही है. फिर मेरी गोद में लेटकर मुझे भी बोला कि मम्मा, मुझे पांच नम्बर वाली गली में बहुत मारा है इतना कहकर उसने मेरी गोद में ही दम तोड़ दिया.
मेरा बेटा मुझे छोड़कर चला गया और मै कुछ न कर पाई. वही पिता सुनील सिंह का कहना है कि हमारे देश में जो नफ़रत की भावनाएं फैलाई जा रही हैं, वो देश के लिए बहुत ख़तरनाक है. मेरे बेटे का नाम साहिल था, पंडितों की गली थी, उन्होंने ये समझ लिया कि ये मुसलमान है.
वो आगे बताते हैं कि दुख तो इस बात का है कि पुलिस पूरे मामले में मेरा साथ देने की बजाए आरोपियों को बचाने में लगी है. फिर वो सवालिया अंदाज़ में पूछते हैं कि क्या आप यक़ीन कर सकते हैं कि एक 6.1 फीट और 80 किलो के लड़के को सिर्फ़ दो लोग मिलकर मार सकते हैं. उसे मारने में पूरी भीड़ थी.
लेकिन पुलिस सिर्फ़ दो लोगों को गिरफ़्तार करती है, बाक़ियों को गिरफ़्तार नहीं कर रही है. सीसीटीवी कैमरा के फुटेज को भी छिपा रहे हैं. कह रहे हैं कि उसमें कुछ नहीं आया है. वो कहते हैं, जब साहिल को मारा गया तो पूरी गली के लोग ख़ुश हो रहे थे कि हमने मुस्लिम को मार दिया. लेकिन जब उन्हें ये पता चला कि वो ठाकुर का लड़का है तो कह रहे हैं कि बहुत ग़लत काम हुआ.
वहीं पुलिस के मुताबिक़ साहिल परिवार के साथ आदर्श मोहल्ला कृष्णा गली मौजपुर में रहता था. शुक्रवार रात वो अपने दोस्त के जन्मदिन से लौट रहे थे. इसी दौरान विजय पार्क की गली नंबर-5 से गुज़र रहे थे, जहां शराब के नशे में धुत चंद्रभान ने उन्हें रोक लिया.
आरोप है कि उसने साहिल से कहा कि यह हमारी गली है. उसकी हिम्मत कैसे हुई इस गली से गुज़रने की. इसी कहासुनी के बाद चंद्रभान ने साहिल को पीटना शुरू कर दिया. चंद्रभान के बेटे भी वहां पहुंच गए. अन्य युवकों ने भी लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया.
साहिल मदद की गुहार लगाता रहा, लेकिन किसी ने नहीं सुनी. किसी तरह साहिल वहां से स्कूटर लेकर घर पहुंचा. इस दौरान तबीयत बिगड़ने पर परिजन अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. इस मामले में पुलिस ने आरोपी चंद्रभान को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके नाबालिग़ बेटे को हिरासत में ले लिया है.
(News Credit- MN tv)